यूपी चुनाव ख़त्म होते ही ट्रिप्पल तलाक़ को तलाक़ मिल गया है ।
अब वो मुस्लिम महिलाएं भी गायब हो गयी जिन्हे इससे छुटकारा चाहिए था,
उनके शराबी पतियों ने शायद चुनाव ख़त्म होते ही या तो शराब छोड़ दी या पीकर तलाक़ कहना छोड़ दिया,
वो तारेक फ़तेह साहब भी गायब हो गए हैं जो गजबा-ए-हिन्द से हम हिन्दुओ को सात समंदर पार से बचाने आये थे,
या तो महमूद गज़नी मर गया या पृथ्वीराज चौहान ने गौरी से युद्ध जीत लिया, जो भी हो अब लग रहा है की हम बच गए हैं ।
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बिरयानी की महक भी गायब हो चुकी है मिटटी के चूल्हों से,
दोयम दर्ज़े के चावल वापस थाली में दिख रहे हैं कंकरों के साथ।
और तो और अब तो शायद कोर्ट को भी कोई जल्दी नहीं है ट्रिपल तलाक़ को ख़त्म करने की,
किसी वैज्ञानिक ने शायद उन्हें इसके फायदे गिनवा दिए हैं केमिस्ट्री की लैब में बिठाकर, इसीलिए कन्विंस्ड से बैठे हैं हाथ पे हाथ रखे।
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ज़िन्दगी सही में बहुत ही बोरिंग हो गयी है। अब तो ऐसा लगता है जैसे 24 घंटे सेट मैक्स पे सूर्यवंशम का रिपीट टेलीकास्ट देखता रहता हूँ।
हीरा ठाकुर के साथ क्या होने वाला है सब पता है, लेकिन चैनल चेंज करने का मन ही नहीं करता है।
क्यूंकि अगर चेंज किया तो फिर बगदादी के मरने की खबर दिखेगी किसी ना किसी न्यूज़ चैनल पे, जोकि मुझे पहले से पता है की कई बार मर चुका है।
इसलिए decide ये किया है की टीवी अब तभी देखूँगा जब कहीं चुनाव आएंगे।
#नजीर_मलिक_जी
अब वो मुस्लिम महिलाएं भी गायब हो गयी जिन्हे इससे छुटकारा चाहिए था,
उनके शराबी पतियों ने शायद चुनाव ख़त्म होते ही या तो शराब छोड़ दी या पीकर तलाक़ कहना छोड़ दिया,
वो तारेक फ़तेह साहब भी गायब हो गए हैं जो गजबा-ए-हिन्द से हम हिन्दुओ को सात समंदर पार से बचाने आये थे,
या तो महमूद गज़नी मर गया या पृथ्वीराज चौहान ने गौरी से युद्ध जीत लिया, जो भी हो अब लग रहा है की हम बच गए हैं ।
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बिरयानी की महक भी गायब हो चुकी है मिटटी के चूल्हों से,
दोयम दर्ज़े के चावल वापस थाली में दिख रहे हैं कंकरों के साथ।
और तो और अब तो शायद कोर्ट को भी कोई जल्दी नहीं है ट्रिपल तलाक़ को ख़त्म करने की,
किसी वैज्ञानिक ने शायद उन्हें इसके फायदे गिनवा दिए हैं केमिस्ट्री की लैब में बिठाकर, इसीलिए कन्विंस्ड से बैठे हैं हाथ पे हाथ रखे।
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ज़िन्दगी सही में बहुत ही बोरिंग हो गयी है। अब तो ऐसा लगता है जैसे 24 घंटे सेट मैक्स पे सूर्यवंशम का रिपीट टेलीकास्ट देखता रहता हूँ।
हीरा ठाकुर के साथ क्या होने वाला है सब पता है, लेकिन चैनल चेंज करने का मन ही नहीं करता है।
क्यूंकि अगर चेंज किया तो फिर बगदादी के मरने की खबर दिखेगी किसी ना किसी न्यूज़ चैनल पे, जोकि मुझे पहले से पता है की कई बार मर चुका है।
इसलिए decide ये किया है की टीवी अब तभी देखूँगा जब कहीं चुनाव आएंगे।
#नजीर_मलिक_जी
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