फसल ऋण मोचन योजना के तहत योगी सरकार के राज्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को 5 हजार किसानों को कर्जमाफी का सर्टिफिकेट बांटा। योगी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में जिस तरह का घालमेल सामने आया है उससे किसान हैरान हैं। किसी किसान का 9 पैसे तो किसी का 40 पैसे कर्ज माफ किया गया है, कर्जमाफी की रकम देख किसानों में नराजी है।
ताबड़तोड़ तरीके से किसान ऋण माफी पत्र बांटने वाली राज्य सरकार ने इटावा के एक किसान के केवल 3 रुपए ही माफ किए है, जिस पर करीब एक लाख रुपये का कर्ज है। इतना ही नहीं इनमें किसी किसान का 9 पैसे तो किसी का 84 पैसे तो किसी का 250 रुपए कर्ज माफ करने का सर्टिफिकेट दिया गया, जिसे देखकर सब हैरान है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जब किसानों ने मंत्री से इसकी शिकायत की तो उनका कहना था कि सर्टिफिकेट में कुछ मिसप्रिंट हो गया होगा, जांच करवाई जाएगी। वहीं किसानों का कहना है कि ये गरीबी का मजाक उड़ाया गया है। बता दें, योगी सरकार ने यूपी के किसानों के कर्ज माफी के लिए 36 हजार 359 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है।
बता दें कि, हमीरपुर जिले के 12460 हजार किसान पहले चरण में फसल ऋण मोचक योजना से लाभान्वित होने हैं। पहले चरण में सोमवार को राज्यमंत्री मनोहर लाल ने 5 हजार किसानों ऋण माफी के पत्र बांटे, इनमें 45 किसानों को मंच पर बुलाकर पत्र दिए गए। इनमे से किसी को 10 तो किसी को 250 रुपए कर्ज माफी का सर्टिफिकेट मिला, कर्जमाफी की रकम देख किसानों में नराजी देखने को मिली है।
बता दें कि, यूपी 2017 विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने वादा किया था कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है तो वे किसानों का कर्ज मांफ करेंगे। राज्य में बेजेपी की सरकार बनी और योगी आदित्य नाथ मुख्यमंत्री बने, बीजेपी ने अपना वादा निभाते हुए किसानों का कर्ज मांफ करने का ऐलान भी किया।
लेकिन बीजेपी की इस योजना पर इटावा के अधिकारियों ने पानी फेरते हुए गांव के किसानों को तीन रुपये से लेकर 250 रुपये तक के कर्ज माफ का सर्टिफिकेट बाटा।
ताबड़तोड़ तरीके से किसान ऋण माफी पत्र बांटने वाली राज्य सरकार ने इटावा के एक किसान के केवल 3 रुपए ही माफ किए है, जिस पर करीब एक लाख रुपये का कर्ज है। इतना ही नहीं इनमें किसी किसान का 9 पैसे तो किसी का 84 पैसे तो किसी का 250 रुपए कर्ज माफ करने का सर्टिफिकेट दिया गया, जिसे देखकर सब हैरान है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जब किसानों ने मंत्री से इसकी शिकायत की तो उनका कहना था कि सर्टिफिकेट में कुछ मिसप्रिंट हो गया होगा, जांच करवाई जाएगी। वहीं किसानों का कहना है कि ये गरीबी का मजाक उड़ाया गया है। बता दें, योगी सरकार ने यूपी के किसानों के कर्ज माफी के लिए 36 हजार 359 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है।
बता दें कि, हमीरपुर जिले के 12460 हजार किसान पहले चरण में फसल ऋण मोचक योजना से लाभान्वित होने हैं। पहले चरण में सोमवार को राज्यमंत्री मनोहर लाल ने 5 हजार किसानों ऋण माफी के पत्र बांटे, इनमें 45 किसानों को मंच पर बुलाकर पत्र दिए गए। इनमे से किसी को 10 तो किसी को 250 रुपए कर्ज माफी का सर्टिफिकेट मिला, कर्जमाफी की रकम देख किसानों में नराजी देखने को मिली है।
बता दें कि, यूपी 2017 विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने वादा किया था कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है तो वे किसानों का कर्ज मांफ करेंगे। राज्य में बेजेपी की सरकार बनी और योगी आदित्य नाथ मुख्यमंत्री बने, बीजेपी ने अपना वादा निभाते हुए किसानों का कर्ज मांफ करने का ऐलान भी किया।
लेकिन बीजेपी की इस योजना पर इटावा के अधिकारियों ने पानी फेरते हुए गांव के किसानों को तीन रुपये से लेकर 250 रुपये तक के कर्ज माफ का सर्टिफिकेट बाटा।
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