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महंगा पेट्रोल: अधूरा सच बोल रही है बीजेपी सरकार?

पेट्रोल की कीमतों में इज़ाफा थम नहीं रहा है.
बीते कुछ वक्त में पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के चलते केंद्र सरकार को आलोचना झेलनी पड़ रही है.
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और सत्तारूढ़ बीजेपी पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर इन दिनों कुछ तथ्यों को रखकर सफाई पेश कर रहे हैं.
धर्मेंद्र प्रधान ने पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को लेकर कई ट्वीट्स किए. प्रधान ने लिखा, ''जापान, स्विटज़रलैंड, सिंगापुर, यूके, जर्मनी, फ्रांस समेत 68 देशों में भारत के मुकाबले पेट्रोल की कीमत ज़्यादा है.''
ऐसे ही कुछ आंकड़े बीजेपी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से पेश किए गए, जिनका लब्बोलुआब ये कि पेट्रोल की कीमतें सिर्फ भारत में नहीं बढ़ रही हैं या भारत में पेट्रोल की कीमतें कम बढ़ रही हैं.

लेकिन क्या ये आंकड़े वाकई सही या पूरे हैं?

आइए पहले तारीखों के हिसाब से ये समझिए कि किस तारीख को पेट्रोल की दिल्ली में क्या कीमत थी. इंडियन ऑयल के मुताबिक,
  • 15 सितंबर 2017: 70.43 रुपये
  • 1 जुलाई 2017: 63.09 रुपये
  • 1 अगस्त 2016: 61.09 रुपये

धर्मेंद्र प्रधान और बीजेपी के दावों की हकीकत?

धर्मेंद्र प्रधान ने जिन देशों के पेट्रोल कीमतों को भारत की तुलना में ज्यादा महंगा बताया है, वो आंकड़े तो सही हैं लेकिन अधूरे हैं.
प्रधान ने पेट्रोलियम आंकड़े मुहैया कराने वाली वेबसाइट 'ग्लोबल पेट्रोल प्राइस' के हवाले से भारत के मुकाबले बाकी देशों में पेट्रोल महंगा बताया था.
प्रधान ने जिस लिस्ट को ट्वीट किया था, अगर उस पर ही नज़र दौड़ाएं तो जिन देशों में पेट्रोल महंगा है, उनमें भारत 100वें नंबर पर है. यानी 99 ऐसे देश हैं, जिनमें भारत के मुकाबले पेट्रोल सस्ता है.
हालांकि 68 ऐसे भी देश हैं, जिनके मुकाबले भारत में पेट्रोल सस्ता है. इन्ही देशों की आड़ लेकर प्रधान पेट्रोल की कीमतों को लेकर तथ्य पेश करते नज़र आ रहे हैं.

सस्ता पेट्रोल: भारत के पड़ोसी देशों को भूले प्रधान?

धर्मेंद्र प्रधान ने सस्ते पेट्रोल उपलब्ध कराने वाले देशों में जिन 99 देशों का ज़िक्र नहीं किया, उनमें भारत के सारे पड़ोसी देश शामिल हैं.
यानी भारत को छोड़ दिया जाए तो पड़ोसी देशों में पेट्रोल के दाम कम हैं.

भारत के मुकाबले पड़ोसी देशों में सस्ता है पेट्रोल



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